हमारी शान शासन
हर साल सरकार का ये बहुत रोना होता है . "किसान अपनी खेती को लेकर बहुत परेशान है और आपने कर्ज को न चुका पाने के कारण वो आत्महत्या जैसे कदम उठाता है" या फिर ये की "आए दिन युवा पीढ़ी रोजगार की भूखी है और हर जगह अपराध बढ़ रहे है " लेकिन नेता जी के पास न जाने कोन सा चश्मा है जो कुछ को कुछ दिखाती है । लेकिन ये बात है की हमारे नेता या विधायक बहुत काम करते है । पार्क बहुत है हमारे यहां पर पार्क से ज्यादा बनाने वालो का नाम अंकित है जैसे ये उनकी ओर से दान हो और सभी खुशी खुशी इसे अपनाते है । मंच से जनता को भाई बहन बोल देने से उनके वोट fix to हो ही जाते है nhi to vote bank काम तो होना ही है। पूरी जिंदगी निकल जनता की परेशानी को नेता जी तक पहुंचने और दिखाने में पर , न जाने कैसे चस्मे लगे है जो कुछ देखते ही नहीं । शायद ये कर सकती है सरकार ...